Eating Salad-New trend driven in India: भारत समृद्ध और विविध पाक संस्कृति वाला देश है,लेकिन सलाद पारंपरिक(traditional) रूप से कभी भी हमारे मुख्यधारा के आहार का हिस्सा नहीं था।
भारत में सलाद को आहार भोजन माना जाता है और अक्सर लोग सोचते हैं कि केवल सलाद खाने से उन्हें पर्याप्त पोषण नहीं मिलेगा| उन्हें पौष्टिक(Nutritional) पोषण के लिए चावल, दाल पकी हुई सब्जी के साथ रोटी भी खानी पड़ेगी।
नया चलन सहस्त्राब्दी पीढ़ी द्वारा संचालित है, जो तुलनात्मक रूप से अधिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक और साहसी उपभोक्ता हैं।
सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने में भोजन की तस्वीरें साझा किया जाता है। इससे सलाद संस्कृति के बारे में प्रचार-प्रसार करने और दूसरों को घर पर सलाद बनाने के लिए प्रेरित करने में मदद मिल रही है
पत्तेदार हरी सब्जियाँ(Green Leafy Vegetables) पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं क्योंकि पत्तियों में पौधों की प्रकाश पकड़ने वाली, ऊर्जा परिवर्तित करने वाली मशीनरी होती है। सलाद साग में विटामिन ए, विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन, कैल्शियम, फोलेट, फाइबर और फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं।
फाइबर एक अद्भुत चीज़ है; यह आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करने में मदद करता है और कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है। उदाहरण के लिए, फाइबर युक्त आहार कब्ज और कम कोलेस्ट्रॉल को कम करने और रोकने में मदद कर सकता है। इससे शरीर के स्वस्थ वजन को बनाए रखना भी आसान हो जाता है जिससे हृदय रोग और मधुमेह के विकास का खतरा कम हो जाता है|
अक्सर, जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, गर्म भोजन कम आकर्षक हो जाता है। पारंपरिक सलाद-आधारित संस्करण हो या फलों का सलाद, ठंडी सामग्री आपको गर्मी के दौरान तरोताजा महसूस करने में मदद कर सकती है।
Smartphone Use: Depression in Youth? स्मार्टफ़ोन का उपयोग: युवाओं में अवसाद? 2023 (arkah.co.in)
Helpful information
आपके बहुमूल्य फीडबैक के लिए शुक्रिया